PNB Bank Latest News 2025: ग्राहकों पर पड़ा असर, नया नियम जानना जरूरी

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पंजाब नेशनल बैंक (PNB) नवम्बर 2025 में अपने ग्राहकों के लिए कई बड़े नियमों में बदलाव लेकर आया है। हाल ही में बैंक ने सर्विस चार्जेस बढ़ा दिए हैं, साथ ही कुछ पुराने नियमों में भी बड़ी फेरबदल की गई है। यह बदलाव खासकर शहरी और मेट्रो इलाकों के खाता धारकों के लिए अधिक असरकारी सिद्ध होंगे।

पिछले कुछ महीनों में पीएनबी की वित्तीय स्थिति पर भी असर पड़ा है, जिससे बैंक को ग्राहकों से प्राप्त होने वाले शुल्क में बढ़ोतरी करने की आवश्यकता महसूस हुई। लॉकर रेंट, सर्विस चार्जेस और KYC नियमों में संशोधन बैंक ने इसी प्रक्रिया के तहत किए हैं।

PNB Bank Latest News

अब मुख्य नियमों की बात करें तो 1 अक्टूबर 2025 से पीएनबी में लॉकर रेंट, स्टॉप पेमेंट, स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन (SI) फेलियर और नॉमिनेशन संबंधी शुल्क में बढ़ोतरी की गई है। खास तौर पर शहरी और मेट्रो क्षेत्रों के ग्राहकों पर इसका सीधा प्रभाव पड़ेगा। नए नियमों के तहत लॉकर के किराए अलग-अलग साइज और लोकेशन के अनुसार बढ़ा दिए गए हैं।

इससे पहले ग्रामीण क्षेत्रों के कुछ कैटेगरी में रेट्स वही थे, लेकिन अब शहरी और मेट्रो क्षेत्रों में सभी कैटेगरी के लॉकर की दरें बढ़ा दी गई हैं। इसके अलावा स्टॉप पेमेंट और SI फेलियर शुल्क को अब फ्लैट मासिक दर के रूप में लागू किया गया है, जिससे बार-बार ट्रांजैक्शन पर एक्स्ट्रा चार्ज नहीं लगेगा लेकिन अब हर महीने शुल्क लगेगा।

राहत की बातें

कुछ राहत की बात यह भी है कि पंजाब नेशनल बैंक ने जुलाई 2025 से अपने सभी बचत खाते (सेविंग्स अकाउंट) के लिए न्यूनतम बैलेंस नियम को हटा दिया है। अर्थात अब किसी भी ग्राहक को न्यूनतम राशि खाते में रखना अनिवार्य नहीं है और इस वजह से कोई भी पेनल्टी नहीं ली जाएगी। यह कदम मुख्य तौर पर छोटे खाताधारकों, महिलाओं, किसानों और निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए बहुत फायदेमंद माना जा रहा है। बैंक द्वारा यह पहल समावेशी बैंकिंग के उद्देश्य से शुरू की गई है।

नई KYC नीति

बैंक ने ग्राहकों के लिए अपनी केवाईसी (Know Your Customer) अपडेट करवाना भी अब अनिवार्य कर दिया है। यदि कोई खाता धारक 30 सितंबर 2025 तक अपना KYC अपडेट नहीं कराता है, तो उसका खाता सस्पेंड किया जा सकता है या लेनदेन रोक दिया जा सकता है। बैंक यह कदम वित्तीय सुरक्षा और ग्राहकों की पहचान सुरक्षित रखने के लिए उठा रहा है। अब ग्राहकों को 2-3 वर्ष में अपनी पहचान और दस्तावेज दोबारा बैंक में जमा करवाने होंगे ताकि खाता एक्टिव रहे।

सरकारी योजनाओं का लाभ

पीएनबी की ओर से चल रही ‘वित्तीय समावेशन संतृप्ति अभियान’ में PMJDY (प्रधानमंत्री जनधन योजना), PMJJBY (प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना), PMSBY (प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना) और APY (अटल पेंशन योजना) जैसी सरकारी योजनाओं का भी लाभ खाताधारकों को दिया जा रहा है। इसका उद्देश्य है कि अधिक से अधिक आमजन, किसान और गरीब परिवार बैंकिंग सेवाओं से जुड़ें और डिजिटल इंडिया के विजन में अपनी भागीदारी दें।

लाभ, जोखिम और बैंक की स्थिति

हालिया तिमाही में बैंक का लाभ 48% तक गिरा है, जिससे निवेशकों और खाताधारकों के बीच चिंता बनी हुई है। बढ़े हुए रेट्स और नए शुल्क ग्राहकों पर अतिरिक्त बोझ डाल सकते हैं, खासकर लॉकर और अकाउंट सर्विसेज़ के लिए। वहीं, न्यूनतम बैलेंस पेनल्टी हटाने जैसे बदलाव से आम ग्राहक राहत जरूर महसूस करेंगे।

नियमों का पालन जरूरी

अगर ग्राहक बैंक के नए नियमों का समय पर पालन नहीं करते तो अकाउंट बंद होने या लेन-देन रुकने जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं। विशेषकर KYC संबंधित निर्देशों को अनदेखा करने पर खाते निलंबित किए जा सकते हैं।

नियमों के पालन के लिए कदम

  • समय-समय पर KYC अपडेट करवाएं।
  • नए बैंकिंग शुल्कों के बारे में बैंक से जानकारी प्राप्त करें।
  • लॉकर रेंट और अन्य सर्विस चार्जेस समय पर जमा करें।
  • योजनाओं का लाभ लेने के लिए जरुरी दस्तावेज़ बैंक में दें।

निष्कर्ष

पंजाब नेशनल बैंक द्वारा किए गए बदलाव नए शुल्क और KYC नियमों के रूप में खाताधारकों के लिए चुनौती भी हैं और कुछ राहत भी। बैंक का लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को बैंकिंग से जोड़ना और वित्तीय सुरक्षा देना है। अगर नए नियमों का ध्यान रखा जाए और समय पर जरूरी कार्य किए जाएं, तो खाताधारक किसी भी परेशानी से बच सकते हैं।

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