Milk and Butter Price 2025: GST घटने से मदर डेरी दूध और अमूल बटर हुआ सस्ता – नई कीमत देखें

Published On:
Milk and Butter Price

जीएसटी घटने से मदर डेरी दूध और अमूल बटर के दाम अब आम जनता के लिए और भी सस्ते हो गए हैं। देशभर के उपभोक्ताओं के लिए यह राहत की खबर है क्योंकि रोज़ाना की ज़रूरत वाली इन दो वस्तुओं पर होने वाला खर्च सीधे आम परिवार की जेब से जुड़ा रहता है। सरकार के हाल ही में लिए गए इस फैसले ने उपभोक्ताओं को राहत की सांस दी है।

बीते कुछ समय से महंगाई और ज़रूरी वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी ने घर के बजट को बिगाड़ दिया था। खासतौर पर दूध और बटर जैसी रोज़मर्रा की चीजों की कीमतें लगातार लोगों को परेशान कर रही थीं। लेकिन नए जीएसटी बदलाव के बाद कीमतों में कमी आई है।

दूध और दुग्ध उत्पाद न केवल बच्चों के लिए बल्कि बुजुर्गों और युवाओं तक हर किसी की जरुरत होती हैं। बटर जैसे उत्पाद भी नाश्ते और खाने का बड़ा हिस्सा हैं। ऐसे में कीमतों में गिरावट सीधा फायदा लोगों तक पहुंचा रही है।

Milk and Butter Price

हाल ही में सरकार ने जीएसटी दरों में बदलाव किया है। पहले दूध और मक्खन जैसे उत्पादों पर अपेक्षाकृत ज्यादा जीएसटी दर लागू होती थी, जिससे उनकी कीमतें बढ़ी रहती थीं। लेकिन अब संशोधित जीएसटी दरों ने इनकी कीमतें घटा दी हैं।

मदर डेरी दूध की नई कीमतें अब आम आदमी की पहुंच में अधिक आसानी से आती हैं। जैसे, फुल क्रीम, टोनड और डबल टोनड दूध की कीमतों में प्रति लीटर लगभग 2 से 3 रुपये तक की कमी दर्ज की गई है। इसी तरह अमूल बटर के विभिन्न पैक पर भी 5 रुपये से 10 रुपये तक का फर्क देखने को मिला है।

उपभोक्ताओं ने इस फैसले का स्वागत किया है क्योंकि इन उत्पादों का खर्च हर महीने के बजट में एक बड़ा हिस्सा लेता है। अब दूध और बटर पहले से सस्ते मिलने से खर्च कम होगा और भोजन से जुड़ी सुविधा बढ़ेगी।

नई कीमतों की झलक

सरकार और कंपनियों की ओर से जारी नई दरों को नीचे सारणी के रूप में समझा सकते हैं ताकि उपभोक्ता अंतर देख सकें।

उत्पादपुरानी कीमत (रु.)नई कीमत (रु.)जीएसटी छूट से लाभ
मदर डेरी टोनड दूध (1 लीटर)54522 रु. सस्ता
मदर डेरी फुल क्रीम दूध (1 लीटर)66633 रु. सस्ता
अमूल बटर (100 ग्राम पैक)54495 रु. सस्ता
अमूल बटर (500 ग्राम पैक)26525510 रु. सस्ता

इस तालिका से स्पष्ट होता है कि अब उपभोक्ता रोज़ाना इन वस्तुओं को खरीदते समय अच्छा-खासा राहत पा रहे हैं।

सरकार की पहल और लाभ

सरकार ने यह कदम महंगाई कम करने और आम जनता को राहत पहुंचाने के लिए उठाया है। दुग्ध उत्पाद उन चीजों में शामिल होते हैं जिन्हें हर वर्ग का नागरिक अपने रोज़मर्रा जीवन में इस्तेमाल करता है।

जीएसटी में कमी का सबसे बड़ा फायदा सीधा उपभोक्ता तक पहुंच रहा है। सप्लाई चेन और वितरण में भी इस फैसले का असर पड़ेगा क्योंकि खुदरा दुकानदारों से लेकर थोक विक्रेताओं तक सबको यह बदलाव सस्ते दाम पर मिलेगा।

इस फैसले से किसानों और डेयरी उद्योग को भी अप्रत्यक्ष फायदा होगा। जब उत्पाद सस्ते होंगे तो खपत अपने आप बढ़ेगी और उसकी मांग बढ़ने से डेयरी उद्योग और दुग्ध उत्पादक किसानों की आय पर भी सकारात्मक असर होगा।

आम परिवार को फायदा

जब दूध और बटर जैसी रोज़ाना इस्तेमाल की चीजें सस्ती होंगी तो परिवारों का मासिक खर्च नियंत्रित रहेगा। एक औसत परिवार महीनेभर में कम से कम 30 से 40 लीटर दूध इस्तेमाल करता है। ऐसे में 2 से 3 रुपये प्रति लीटर तक की बचत परिवार के बजट में बड़ा फर्क डाल सकती है।

इसी तरह बच्चों के टिफिन या नाश्ते में सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला बटर अब पहले की तुलना में सस्ता मिल रहा है। यह न केवल मध्यम वर्ग बल्कि निम्न वर्ग के परिवारों के लिए भी राहत की खबर है।

निष्कर्ष

दूध और बटर की कीमतों में जीएसटी घटने से आई यह कमी उपभोक्ताओं के लिए राहत की खबर है। सरकार का यह कदम न केवल महंगाई कम करने की दिशा में सकारात्मक है बल्कि इससे डेयरी उद्योग को भी मजबूती मिलेगी। आम जनता के लिए अब रोज़मर्रा की यह ज़रूरी चीजें सस्ती होकर आसानी से उपलब्ध हो रही हैं।

Leave a Comment