भारतीय रेलवे हमेशा यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए नए नियम और बदलाव लाता रहता है। अब रेलवे ने फिर से एक बड़ा बदलाव किया है, जिससे लाखों यात्रियों पर असर पड़ेगा। 21 अक्टूबर से ट्रेन टिकट बुकिंग के समय में अहम बदलाव किया जा रहा है, जिसका सीधा फायदा और असर यात्रियों को मिलेगा। इस खबर को पढ़कर आपको पूरी जानकारी मिलेगी कि नया नियम क्या है और आपको किन बातों का खास ध्यान रखना है।
बुकिंग समय बदलने का बड़ा ऐलान
भारतीय रेलवे की ओर से घोषित नए आदेश के अनुसार, 21 अक्टूबर 2025 से सभी ट्रेनों के टिकट बुकिंग का समय बदला जाएगा। यह बदलाव रेलवे की IRCTC वेबसाइट, मोबाइल ऐप और सभी अधिकृत एजेंटों पर लागू होगा। रेलवे का दावा है कि नए नियम से टिकट बुकिंग की पारदर्शिता बढ़ेगी, गड़बड़ियों पर लगाम लगेगी और यात्रियों की दिक्कतें कम होंगी। खासतौर पर त्योहार सीजन में बुकिंग को लेकर आने वाली शिकायतों का समाधान इसी से होगा।
रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल रेलवे और संबंधित विभागों को निर्देश जारी कर दिए हैं। नए नियम लागू होते ही ट्रेन यात्रा करने वाले प्रत्येक यात्री को इसका पालन करना अनिवार्य होगा।
नया नियम: ट्रेन टिकट बुकिंग टाइमिंग का बदलाव
रेलवे ने सुबहे और रात के अलग-अलग टाइम स्लॉट में टिकट बुकिंग की लिमिट तय कर दी है। अब पहले की तरह 24 घंटे लगातार ई-टिकट बुकिंग नहीं होगी।
- सामान्य यात्री अब सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक ही टिकट बुक कर सकते हैं।
- एजेंट बुकिंग का टाइम और सीमित है, वे सुबह 8:15 बजे से शाम 8 बजे तक ही बुकिंग कर सकेंगे।
- Tatkal Ticket बुकिंग का टाइम टोटली SEPARATE रहेगा। स्लीपर व AC क्लास के लिए समय अलग रहेगा।
- रात 10 बजे के बाद सुबह 8 बजे तक कोई भी टिकट बुकिंग नहीं होगी। उस दौरान केवल चेकिंग, डाटाबेस अपडेट और ज्यादा ट्रैफिक को कम किया जाएगा।
- यह नियम सभी मेल/एक्सप्रेस, सुपरफास्ट, स्पेशल और पैसेंजर ट्रेनों के लिए लागू होंगे।
टिकट बुकिंग नियमों का संक्षिप्त अवलोकन (रेलवे 2025)
नियम/विवरण | नया अपडेट 21 अक्टूबर 2025 से |
टिकट बुकिंग समय (सामान्य यात्री) | सुबह 8 बजे से रात 10 बजे |
एजेंट बुकिंग समय | सुबह 8:15 बजे से रात 8 बजे |
Tatkal टिकट बुकिंग (स्लीपर) | सुबह 11 बजे से |
Tatkal टिकट बुकिंग (AC) | सुबह 10 बजे से |
रात में बुकिंग (कोई भी) | रात 10 से सुबह 8 बजे तक बंद |
बुकिंग माध्यम | IRCTC वेबसाइट, ऐप, रेलवे काउंटर, एजेंट |
रेलयात्रियों पर असर | बुकिंग आसानी, पारदर्शिता, कम फ्रॉड |
नियम लागू कहाँ होंगे | पूरे भारत, सभी इंटरसिटी/स्पेशल/मेल ट्रेन |
टिकट बुकिंग टाइमिंग बदलाव क्यों किया गया?
रेलवे बोर्ड ने बताया कि प्लेटफॉर्म पर रात के वक्त सिस्टम अपडेट, डाटाबेस सुधार और टिकटिंग ट्रैफिक को नियंत्रित करने में बार-बार समस्या होती थी। पिछले कुछ महीनों में टिकट एजेंटों व स्कैल्पर्स की वजह से आम यात्री को टिकट मिलने में परेशानी आई थी।
अब नए नियम के अनुसार बुकिंग को सीमित टाइम स्लाट में बांटकर तकनीकी प्रॉब्लम, FAKE BOOKING और डुप्लीकेट टिकट रोकना संभव होगा। इससे आम यात्रियों को ज्यादा टिकट मिलेगी और त्योहार सीजन में बुकिंग और भी आसान होगी।
क्या-क्या बातें यात्रियों को जाननी जरूरी हैं?
- अब रात 10 बजे के बाद टिकट बुकिंग उपलब्ध नहीं रहेगी।
- ऐप, वेबसाइट या काउंटर—किसी माध्यम से बुकिंग सिर्फ तय समय में ही होगी।
- टिकट कैंसल नियम में कोई बदलाव नहीं किया गया है, वह पहले जैसा ही रहेगा।
- Tatkal टिकट बुकिंग के लिए अलग टाइम स्लॉट जारी रखे गए हैं।
- नए नियम से रेल टिकट खरीदने में डिजिटल ट्रांजेक्शन की सुरक्षा भी बढ़ेगी।
- झूठे/फेक टिकट एजेंटों पर लगाम कसने में मदद मिलेगी।
यात्री कैसे करें सही टाइम पर टिकट बुकिंग?
रेलवे ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे टिकट बुकिंग का टाइम जानकर ही बुकिंग की कोशिश करें। विशेष तौर पर Tatkal या एजेंट बुकिंग के समय को ध्यान रखें। ज्यादा भीड़ वाले दिन जैसे त्योहार या इमरजेंसी में समय से अलर्ट रहें और अपनी सीट पक्की करें।
- समय रहते कंफर्म टिकट के लिए बुकिंग टाइम पर पोर्टल खोलें।
- Tatkal या इमरजेंसी ट्रैवल की स्थिति में सुबह 10 या 11 बजे से पहले ही लॉगिन कर लें।
- किसी भी निजी वेबसाइट या एजेंट से अनधिकृत टिकट बुकिंग से बचें।
- केवल IRCTC या रेलवे के अधिकृत पोर्टल का इस्तेमाल करें।
नया नियम किन शहरों और सभी ट्रेनों पर लागू होगा?
यह नियम पूरे भारत में सभी जोनल रेलवे, इंटरसिटी, मेल, पैसेंजर, सुपरफास्ट और त्योहार के दौरान चलाई जा रही विशेष ट्रेनों पर लागू किए गए हैं। सिर्फ मालगाड़ी या पूरी तरह से ऑफलाइन टिकटिंग पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा।
रेलवे ने क्यों लिया ये फैसला?
पिछले कुछ वर्षों में टिकट बुकिंग के दौरान पोर्टल पर भारी ट्रैफिक, फ्रॉड और स्कैल्पिंग मामले सामने आए हैं। रेलवे अपने सिस्टम को सुरक्षित, पारदर्शी और आम आदमी के लिए accessible बनाना चाहता है। समय-सिमा तय करने से सिस्टम में ब्रेक के दौरान जरूरी रखरखाव भी आसानी से किया जा सकेगा।
यात्री इन बदलावों से कैसे होंगे प्रभावित?
- सबसे बड़ा फायदा पारदर्शिता बढ़ेगी।
- आम यात्री के टिकट मिलने के चांस पहले से बढ़ेंगे।
- एजेंट्स या दलालों की मनमानी पर रोक लगेगी।
- फेक या डुप्लीकेट टिकट की समस्या काफी हद तक कम होगी।
- टेक्निकल दिक्कतें भी बुकिंग सिस्टम में कम होंगी।
रेलवे टिकटिंग टाइम चेंज पर अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
- क्या बुकिंग समय सीमित होने से टिकट मिलना मुश्किल होगा?
जवाब: नहीं, बल्कि टिकटिंग सिस्टम ज्यादा पारदर्शी बनेगा। - क्या एजेंट्स के लिए अलग समय है?
जवाब: हाँ, उनका टाइम यात्रियों से कुछ अलग रहेगा। - क्या अगले दिन की टिकट रात 12 बजे बुक हो सकती है?
जवाब: नहीं, बुकिंग सुबह 8 बजे से ही शुरू हो पाएगी। - टेक्निकल परेशानी से टिकट नहीं बुक हो पाया तो क्या करें?
जवाब: रेलवे कस्टमर केयर या हेल्पलाइन से संपर्क करें।
निष्कर्ष
भारतीय रेलवे का 21 अक्टूबर 2025 से लागू नया ट्रेन टिकट बुकिंग टाइमिंग का नियम आम यात्रियों के लिए फायदेमंद साबित होने की संभावना है। इससे टिकट बुकिंग पारदर्शी, सुगम और सुनियोजित होगी—खासतौर से त्योहार और स्पेशल सिचुएशन में यात्रियों को सीधा लाभ मिलेगा।